बाबा रामदेव जी का परिचय। Ramdev Ji Ke Baare Me Jankari । पंच पीर । लोकदेवता रामदेव जी

 
                बाबा रामदेव जी का परिचय

* परिचय - 
बाबा रामदेव जी का जन्म भाद्रपद शुक्ल दूज, 1409 विक्रम संवत, ऊँडूकासमेर गाँव, शिव तहसील, बाड़मेर, राजस्थान (भारत) मे हुआ था । इनके पिता का नाम अजमाल जी एवं माता का नाम मैणादे था। इनकी पत्नि का नाम नेतल दे था। इन्होने मेघवाल जाति की डालीबाई को अपनी बहन बनाई । इनके गुरु बालिनाथ जी थे । ये तंवर वंश के थे । रामदेव जी की घोड़ी का नाम लीला था । इन्होने नेभाद्रपद शुक्ल एकादशी 1458 ई. मे जीवित समाधि ली । रामदेव जी की सगी बहिन का नाम सुगना बाईं था ।

* अन्य नाम - रामदेव जी 'रामसा पीर', 'रूणीचा रा धणी', 'बाबा रामदेव', आदि उपनामों से भी जाने जाते है । 
* रामदेव जी के मंदिर  रामदेव का भव्य मंदिर है तथा भाद्रपद , शुक्ल द्वितीया से एकादशी तक मेला भरता है ।  जोधपुर के पश्चिम में मसूरियां पहाडी , बिराटियां (पाली) , सूरताखेड़ा (चित्तौड़) तथा छोटा रामदेवरा गुजरात में स्थित है
  • रामदेव जी के मंदिरों को ' देवरा ' कहा जाता है, जिन पर श्वेत या 5 रंगों की ध्वजा, ' नेजा ' फहराई जाती है ।
  • रामदेवजी का मेला साम्प्रदायिक सदभाव का सबसे बडा मेला है । रामदेवजी ने अपनी योग साधना के बल पर तांत्रिक भैरव का वध करके पोकरण क्षेत्र के आसपास के लोगों को उससे मुक्ति दिलवाई थी ।
  • लोकदेवताओं में सबसे लम्बे गीत रामदेवजी के गीत है ।
  • रामदेवजी के मेले का आकर्षण तेरहताली नृत्य है, जिसे कामडिया लोग प्रस्तुत करते है ।

 *समाधि - रामदेवरा (रूणेचा) जैसलमेर जिले की पोकरण तहसील में रामदेव जी का समाधि स्थल है ।


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About kamlesh vaishnav

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